Success story of bankit : दोस्तों आज हम ऐसे शख्स के बारे में बात करने जा रहे हैं जिनका जीवन काफी संघर्ष हो रहा है। मध्य प्रदेश के भोपाल में संबंध रखने वाले अमित निगम कैसे ₹10000 की नौकरी से अपना सफर शुरू करके पूरी 150 करोड रुपए की कंपनी बना डाली वह भी मात्र 8 सालों में। एक कहानी शौर्य, जज्बे, संघर्ष और लगन की है। अमित निगम ने बड़े सपने देखे तथा उन्हें हकीकत में बदला।
Bankit की स्थापना का विचार
यह बात 2017 की है जब अमित निगम को समझ में एक गैप नजर आया। समाज के निचले वर्ग तथा ग्रामीण लोगों को डिजिटल पेमेंट में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता था उन्होंने समाज के निचले वर्ग की वित्तीय सेवाएं आसानी से सुलभ रूप में उपलब्ध कराने के बारे में सोचा। 2017 में अमित ने बैंक्विट नाम की डिजिटल पेमेंट कंपनी की शुरुआत की।
यह बैंक्विट कंपनी डिजिटल पेमेंट के द्वारा लोगों की बैंकिंग समस्याओं का समाधान करती है। अमित ने कंपनी की स्थापना 10 लाख रुपए से तो 2017 में प्रारंभ की थी। मात्र 8 सालों में ही कंपनी का रेवेन्यू 150 करोड रुपए तक पहुंच गया है।
अमित निगम का प्रारंभिक जीवन
अमित के परिवार के अधिकांश लोग सरकारी नौकरी में कार्य थे। उनके पिता इलाहाबाद हाईकोर्ट में सीनियर एडवोकेट थे इसलिए परिवार वालों का फोकस अमित की सरकारी नौकरी करने पर ज्यादा था हालांकि अमित का लगाव बिजनेस की ओर था। उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में बीए करने के बाद नोएडा से पीजीडीएम की डिग्री हासिल की।
अमित को प्लेसमेंट के जरिए ₹10000 महीने की नौकरी प्राप्त हुई वह काफी मेहनत से काम करते थे इस कारण बच्चे महीने में ही पश्चिमी यूपी के ऑपरेशन और हेड बन गए। उन्होंने कई कंपनियों में मार्केटिंग का कार्य किया तथा अनुभव हासिल किया।
बैंक्विट का बिजनेस मॉडल
बैंक्विट का बिजनेस मॉडल बॉटम ऑफ़ द पिरामिड है अर्थात समाज के सबसे इंच के टपके से लेकर ऊपर तक के लोगों को वित्तीय सेवाएं देना है। Bankit का काम डिजिटल रूप से बैंक खाता खोलना, पैसे ट्रांसफर करने, बिलों का भुगतान करने तथा बिमा जैसी सुविधाएं देना है। यह RD तथा FD की सेवा भी प्रदान करती है।कंपनी ग्राहकों से कम मार्जन लेकर अधिक से अधिक ट्रांजैक्शन करती है जिससे रेवेन्यू बढ़ जाता है, यह कारण एक कंपनी 2024 तक 150 करोड़ का revnue करने में सफल रही।
एजेंट के द्वारा कस्टमर जोड़ना
इस bankit के नाम की कंपनी में आज 200 से ज्यादा डायरेक्ट कर्मचारी काम करते हैं। यह कंपनी डिस्ट्रीब्यूटर तथा एजेंट के जरिए कस्टमर जोड़ती है एजेंट को कंपनी कमीशन तथा इंश्योरेंस जैसे सुविधा देती है इसलिए कंपनी की ग्रोथ का काफी तेजी से बढ़कर होगी।
नोट – यह कहानी सच्ची घटना पर आधारित है कृपया इसे मोटिवेशन की तरह प्रयोग करें।


